Yog-Vasishtha
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Description
योगवासिष्ठ के इस संक्षिप्त रूपान्तर में जगत् की असत्ता और परमात्मसत्ता का विभिन्न दृष्टान्तों के माध्यम से प्रतिपादन है। पुरुषार्थ एवं तत्त्व-ज्ञान के निरूपण के साथ-साथ इसमें शास्त्रोक्त सदाचार, त्याग-वैराग्ययुक्त सत्कर्म और आदर्श व्यवहार आदि पर भी सूक्ष्म विवेचन है।
Additional information
Weight | 1150 g |
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Name | Yog-Vasishtha |
SKU | GP01 |
Pages | 608 (Includes 8 coloured pages) |
Item Code | 574 |
Format | Hardbound |
Language | Sanskrit Text with Hindi Translation |
Publisher | Gitapress, Gorakhpur |
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